Hindi Hymn

मुबारक नौबत दुआ की


मुबारक नौबत दुआ की,
जब छोड़ फ़िकर दुनियांबी
मैं अपने बाप के पाक़ हुज़ूर,
सब उससे मांगू जो ज़रूर
दुआ से दु:ख़ और ग़म की आन,
तसल्ली पाती मेरी जान
आज़माइश से मैं भागता हूँ,
जब दुआ कर के जागता हूँ
आज़माइश से मैं भागता हूँ,
जब दुआ कर के जागता हूँ


मुबारक नौबत दुआ की,
जब अपने बाप के वादे भी
मैं याद कर मानता उसका प्यार,
और बरक़त का हूँ उम्मेदवार
तू मेरे मुंह का तालिब हो,
यह सुन मैं ढूढ़ता उसी को
और अपनी फ़िक्र सरासर,
दुआ में डालता उसी पर
और अपनी फ़िक्र सरासर,
दुआ में डालता उसी पर


मुबारक नौबत दुआ की,
उस से तसकीन ओ ताज़गी
मैं पाऊं जब तक बीच आसमान,
मैं देखूं अबदी मकान
तब ख़ाक से उठ के यीशु पास,
ग़ैर-फ़ानी पाऊंगा मीरास
और सदा उसके रू-ब-रू,
ख़ुशहाल मैं हूंगा हू-ब-हू
और सदा उसके रू-ब-रू,
ख़ुशहाल मैं हूंगा हू-ब-हू


Mubaarak naubat dua kee,
jab chhod fikar duniyaambee
main apne baap ke paaq huzoor,
sab usse maangoo jo zaroor
dua se dukh aur gam kee aan,
tasallee paatee meree jaan
aazmaish se main bhaagata hoon,
jab dua kar ke jaagata hoon
aazmaish se main bhaagata hoon,
jab dua kar ke jaagata hoon


Mubaarak naubat dua kee,
jab apane baap ke vaade bhee
main yaad kar maanta uska pyaar,
aur barqat ka hoon ummedavaar
too mere munh ka taalib ho,
yeh sun main dhoodhata usee ko
aur apnee fikr saraasar,
dua mein daalata usee par
aur apnee fikr saraasar,
dua mein daalata usee par


Mubaarak naubat dua kee,
us se taskeen o taazgee
main paoon jab tak beech aasmaan,
main dekhoon abdee makaan
tab khaak se uth ke Yeshu paas,
gair-faanee paoonga meeraas
aur sada uske roo-ba-roo,
khushahaal main hoonga hoo-ba-hoo
aur sada uske roo-ba-roo,
khushahaal main hoonga hoo-ba-hoo

 



मेरा एक ही मित्र यीशु
वो मेरा सबकुछ है
लाखों में वो मेरा एक ही प्रिय है
वो शारोन का गुलाब है और भोर का तारा है
लाखों में वो मेरा एक ही प्रिय है


Refrain
उसके दुख से मुझको शांति
और आनंद मिलता है
उसका क्रूस मुझको चंगा करता है
वो शारोन का…


मेरा सारा बोझ उठाया
मुझे चंगा कर दिया
पावों को मेरे स्थिर किया है
जब अकेला था भटकता
और सबने छोड़ दिया
यीशु मेरा प्यारा मित्र बन गया
उसके दुख…


अब मैं जीवन भर उसी की
महिमा करूँगा
हाथ उठाकर उसकी स्तुति करूँगा
यीशु के लिये जीयुँगा
और उसमें मरूँगा
अब वही मेरी एकमात्र आशा है
उसके दुख…

 


मेरे येशु, मैं करता हूं तुमसे प्यार


तू है मेरा मैं जानता यह बात
और खुशी से चलूंगा नित तेरे साथ
मैं दुनिया की दोस्ती को जानता ना चीज़
तू शाफी है मेरा ऐ हर दिल अज़ीज़.


प्यार तूने किया सो करता मैं भी
गम ज़दा तू हुआ और जान अपनी दी
बचाने को मुझे गुनाह का मरीज़
तू शाफी है मेरा ऐ हर दिल अज़ीज़.


या जीता या मरता मैं करूगा प्यार
कि हूं तेरी मारफ़त नजात का हकदार
जिस हाल तू है शाफी तो मौत है नाचीज़
मैं मरता ललकारूंगा ऐ हर दिल अज़ीज़.


जब पहुंचूंगा तेरे आसमानी मकाम
तब देखूंगा कामिल प्यार का अन्जाम
वहां मौत मौकुफ है न है एक मरीज़
हमेशा तक गाऊंगा ऐ हर दिल अज़ीज़

https://youtu.be/gssmWHUu5hg