ईशवर तेरे समीप
1.ईश्वर तेरे समीप , मैं पहुचूं,
और क्रूस के द्वारा ही , सामर्थ पाऊं ,
यह गीत नित मैं गाऊंगा , तेरे समीप सदा ,
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तेरे समीप सदा , और भी समीप
2. यात्री समान हूं डूब जावे दिन ,
अंधेरा छावे भी बिस्तर चट्टान,
नींद में मैं पाऊंगा दर्शन भी ईश्वर का ,
3. उठकर स्तुति तेरी मैं करूंगा ,
पत्थर से दुःखों पर जय पाऊंगा,
मुझे ईश्वर से क्या जो अलग करेगा ,
4. तू मुझे मार्ग दिखा स्वर्ग जाने का,
और लेकर मेरा हाथ मुझे चला,
दूतगण सहायता दे निकट पहुंचा,
उसके नाम की महिमा
क्रूस ही के पास जहां ख़ून बहा
दब के गुनाहों से मैं गया
ख़ून में वहां यह दिल साफ हुआ
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उसकी हो तारीफ उसकी हो तारीफ
ख़ून में वहां यह दिल साफ हुआ
उसकी हो तारीफ
दूर हैं गुनाह मेरे बिल यकीन
दिल में अब येसु है तख्त नशीन
क्रूस का ही गीत मुझको शीरीन
क्रूस का वह चश्मा है बेश बहा
खुश हूं कि मैं उसके पास आया
खूब मुझको येसु ने साफ किया
आ देख यह चश्मा है साफ शपफाफ
आ ताकि हों तेरे गुनाह मुआफ
आ इस वक्त अभी हो तू साफ
ऐ छोटे शहर बेथलहम
ऐ छोटे शहर बैतलहम
तू कैसा है खामोश
आसमान पर तारे रोशन हैं
तू ख्वाब में क्यों मदहोश?
पर तेरे तारीक कूचों में
नूर है नमूदार
कदीम ज़मानों की उम्मीद
आज तुझ में है आशा.
मसीह मुज्जसम हुआ है
इंसान गमगीन मत हो
सब आओ मिलकर देखो
इस अजीब मुहब्बत को
फरिश्ते बरबत लेकर
सिताइश गाते हैं
खुदा की हम्द और सुलह का
वह गीत सुनाते हैं.
खामोशी में एक बेश बहा
बख्शीश है नमूदार
आसमानी बरकतों का अब
हर दिल में है इज़हार
हर आजिजा दिल में यीशु
तू दाखिल होता है
और ताइब गुनहगार को भी
कबूल तू करता है.
ऐ बैतलहम के बच्चे पाक
हमारे बीच में आ
फरोतन दिल में जाहिर हो
नेक दिली कर अता
पैगाम फरिश्ते देते
खुदा से हुआ मेल
आ अब हममें सकूनत कर तू
ऐ इम्मानुएल.